टोंक– पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने जिले में हड़कंप मचा रखा है। इन हालातों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने बड़े ही उत्साह के साथ उपखंड क्षेत्र पीपलू का दौरा किया। बारिश के बीच कलेक्टर साहिबा ने टूटे बोरखंडीकलां लघु बांध के मरम्मत कार्य का ‘बारीकी’ से निरीक्षण किया, जैसे कि उनके निरीक्षण से बांध खुद-ब-खुद ठीक हो जाएगा।
ग्रामीण सुखलाल, सोहन, और श्योजी ने बताया कि बांध टूटने पर उपखंड प्रशासन ने बचाव और राहत की त्वरित कार्यवाही की। ग्रामीणों के अनुसार, प्रशासन की इस त्वरित कार्यवाही की गाथा सुनकर ऐसा लगा जैसे वे चमत्कारी कर्मकांड का हिस्सा बन गए हों।
इसके बाद, कलेक्टर महोदया ने बगड़ी रोड पर स्थित मासी रपटे पर जल बहाव और हालातों का जायजा लिया। उन्होंने तहसीलदार इंद्रजीत चौहान को रपटे पर अधिक पानी को देखते हुए लोगों की आवाजाही रोकने के निर्देश दिए। ऐसा प्रतीत हुआ मानो यह आदेश देते ही पानी अपने आप गायब हो जाएगा।
मौके पर मौजूद जल संसाधन के कनिष्ठ अभियंता मुकेश गुर्जर को छोटे-बड़े बांधों में जल आवक पर निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए। यह निर्देश मानो बांधों को खुद-ब-खुद मजबूत कर देंगे।
कलेक्टर के इस दौरे से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन की कार्यशैली में कोई कमी नहीं है, बल्कि प्राकृतिक आपदाएं ही प्रशासन की कार्यकुशलता को चुनौती देने का साहस करती हैं। जनता ने भी कलेक्टर की इस ‘निरीक्षण यात्रा’ को उत्सुकता से देखा, मानो यह किसी फ़िल्मी दृश्य का हिस्सा हो।
जिले के लोग अब कलेक्टर के अगले दौरे का इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे फिर से किसी ‘चमत्कारी’ निरीक्षण के गवाह बन सकें।