स्कूल और घर से मिला बराबर स्पोर्ट तब आया चौकाने वाला परिणाम
स्कूल लाइफ में सफलता के नए आयाम को स्थापित करने के लिए बोर्ड क्लास में टॉप करना बहुत जरुरी होता है। ऐसे ही एक टॉपर का साक्षात्कार पेश करते है, जो तमाम ताने सुनकर भी अपने लक्ष्य पर अड़ी रही और अब बोर्ड क्लास में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की प्रेरणा बन गई। हम बात कर रहे है दिव्यांशी चौधरी की, जो कि सन शाइन ग्लोबल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा रही, यहां से दिव्यांशी ने 12th Arts में 98% हासिल कर जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
- अपनी सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ?
मैं इस बात का श्रेय अपने परेंट्स और टीचर्स को देना चाहूंगी क्योंकि मुझे स्कूल और घर दोनों ही साइड से बराबर सपोर्ट और मोटिवेशन मिला, जिस वजह से आज मेरी ये पोजीशन है। - 12वीं की तैयारी में किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा, क्या आपको लगा था की आप डिस्ट्रिक टॉप कर जाओगे ?
मुझे टोन्ट्स वगेरा मिलते थे क्योंकि मैं ज्यादा फंशन्स अटेंड नहीं करती थी, उसको ओवर कम करने के लिए मेरे पास बहुत अच्छे टीचर्स थे। मुझे एक्सपेकटेशन्स तो थी कि अगर में हार्ड वर्क करूँ तो कुछ कर सकती हूँ और मैने हार्ड वर्क किया और अब रिजल्ट आ गया। - किस तरह का हार्ड वर्क आपने किया और उसमें आपके टीचर्स का कैसा योगदान रहा ?
टीचर्स शुरुवात से बहुत अच्छा गाइडेंस देते रहे, उन्होंने मुझे बहुत अच्छा पढ़ाया और मैं टीचर्स से टोन्ट्स वगेरा शेयर करती रहती थी कि मुझे किसी ने ऐसा कहा तो टीचर्स मुझे हमेशा मोटिवेट ही करते थे और बस हार्ड वर्क किया, जो एनसीईआरटी थी उसे कॉन्टीन्यूजली पढ़ा और कन्सिस्टेंटली शुरुवात से 7 से 8 घंटे मैं पढ़ाई करती रही। - स्कूल प्रिंसिपल के बारे में क्या कहना चाहेंगे ?
मैं बहुत छोटी थी जब मैं इस स्कूल में आई थी तो वो शुरुवात से मेरे लिए एक रोल मोडल रही है। हमारी मेम ने हमें कभी भी लो फील नहीं करने दिया वो हमारी क्लास में आती थी और हम सब को मोटीवेट करती थी। - आपका फेवरेट सब्जेक्ट कौनसा है ?
मेरा फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री है। - आप हिस्ट्री में तथ्यों को कैसे याद करते थे ?
मेरे लिए एक पॉजिटिव चीज ये थी कि जो फैक्ट (तथ्य) है वो मैं जब एकाग्रता के साथ पढ़ लेती थी तो मुझे याद हो जाते थे, हिस्ट्री को मैं अपनी लाइफ से कनेक्ट करके पढ़ती थी और जो स्टूडेंट्स आगे 12वीं का एग्जाम देंगे उन्हें यही कहना है कि आप बिलकुल भी मत डरिये, हिस्ट्री कोई बहुत खतरनाक सब्जेक्ट नहीं है ये बस हमे बताते है कि हिस्ट्री बहुत खतरनाक सब्जेक्ट है बाकि ज्यादा खतरनाक सब्जेक्ट नहीं है, बस आप कॉन्सन्ट्रेशन के साथ पढ़ेंगे तो आप हिस्ट्री के तथ्यों को आसानी से याद कर सकते है। - स्कूल मैनजमेंट के बारे में क्या कहना चाहेंगे ?
टीचर्स तो सभी बहुत अच्छे है और स्कूल मैनजमेंट भी बहुत अच्छा है, हम डाइरेक्ट प्रिंसिपल मेम से कनेक्टड थे तो इससे बेहतर मैनेजमेंट तो कहीं हो ही नहीं सकता और स्कूल का एनवर्मेन्ट बहुत अच्छा है और हमे कुछ भी प्रॉब्लम होती थी तो सीधे प्रिंसिपल मेम से बात कर सकते है इसलिए हमारा स्कूल बेस्ट है। - अपने पढ़ाई के टाइम को कैसे मैनेज करते थे ?
वो हमे खुद डिसाइड करना होता है कि किस टाइम आप सबसे अच्छे तरीके से आप पढ़ सकते है। मेरा ये था कि मैं घर आने के बाद पढ़ सकती हूँ मैं स्कूल में अपनी फ्रेंड्स के सामने नहीं पढ़ सकती तो मैं स्कूल टाइम में फुल इंजॉय करती थी और घर में फुल पढ़ाई करती थी। - आप देर रात तक पढ़ना पसंद करते है या सुबह जल्दी उठकर पढ़ना पसंद करते है ?
मैं रात को पढ़ना पसंद करती हूँ कभी कभी तो ऐसा होता था कि सुबह 4 बजे तक मेरी पढाई चलती थी। - आप भविष्य में क्या बनना चाहेंगे ?
मैं भविष्य में आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हूँ। उसके लिए में ग्रेजुएशन करके यूपीएससी का एग्जाम दूंगी।