डिग्गी। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी के रूप में जानी जाने वाली डिग्गी, अब सरकारी योजनाओं की लापरवाही का शिकार हो रही है। यहाँ स्थित राजकीय चिकित्सालय के अन्नपूर्णा रसोई योजना भवन पर पिछले दो दिनों से ताले लटके हुए हैं, जिससे दूर-दराज से आने वाले मरीजों और श्रद्धालुओं को भोजन के लिए भटकना पड़ रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सरकार द्वारा संचालित इस योजना के लिए निर्धारित राशि ठेकेदार द्वारा हजम कर ली गई है, जिसके चलते भोजन सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है। अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को 8 रुपये में भोजन प्रदान किया जाता है, लेकिन ठेकेदार की मनमर्जी और लापरवाही के कारण यहाँ के सभी दरवाजे बंद हैं। स्थानीय पत्रकार ने पंचायत समिति मालपुरा के विकास अधिकारी से इस मुद्दे पर संपर्क किया, लेकिन उन्होंने इसे अन्य विभाग की जिम्मेदारी बताया। यह स्थिति गंभीर है क्योंकि यहाँ की अन्नपूर्णा रसोई योजना का संचालन किसके द्वारा किया जा रहा है, इसका स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।
कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि बजट की कमी का हवाला देकर ठेकेदार ने योजनाओं को अनदेखा किया है, जिससे मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे अन्नपूर्णा रसोई योजना की विफलता की पोल खुल रही है। यह स्थिति न केवल योजनाओं के कार्यान्वयन में लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि सरकारी योजनाओं के प्रति जनता की बढ़ती नाखुशी को भी उजागर करती है। देखना यह है कि इस मुद्दे पर सरकार और संबंधित अधिकारी कितनी गंभीरता से कार्रवाई करते हैं और कब तक आम जनता को इस संकट से राहत मिलती है।
रिपोर्ट:- मनोज टांक