डिग्गी। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी छोटी काशी डिग्गी में गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर साक्षात भगवान विष्णु के अवतार, श्री कल्याण जी महाराज के दरबार में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह मंगला आरती से ही दूर-दराज एवं आस-पास के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो दिनभर जारी रहा। दर्शनार्थी लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए श्री कल्याण धणी के दर्शन कर भावविभोर होते नजर आए। वहीं, विजय सागर में श्रद्धालु डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाते दिखाई दिए।
पुजारी कालू शर्मा ने बताया कि आज का दिन गुरु पूर्णिमा विशेष दिन है, इसलिए भगवान की विशेष झांकी सजाई गई है। डिग्गी कस्बा भक्ति रस में डूबा रहा और चारों ओर “जय श्री कल्याण” के जयकारों से गुंजायमान था।
हालांकि, इतनी बड़ी धार्मिक नगरी में लाखों श्रद्धालुओं के बावजूद बुनियादी सुविधाओं की कमी साफ नजर आई। माताएं और बहनें इधर-उधर भटकती रहीं, जो बेहद शर्मनाक है। दूसरी ओर, अतिक्रमण ने बाजार में पैर फैला रखा है और स्थानीय प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जबकि कल से सावन माह शुरू होने जा रहा है और सावन व भादवा माह में लाखों श्रद्धालु पदयात्रा के रूप में डिग्गी आते हैं, जिन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बुनियादी सुविधाओं की कमी से भक्त हुए परेशान
सुविधाओं के नाम पर जो इंतजाम किए गए हैं, वे अतिक्रमण की चपेट में हैं और गंदगी इतनी है कि पास से गुजरना मुश्किल हो जाता है। सड़ांध के चलते यहां की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि इस ओर शीघ्र ध्यान दे और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उचित प्रबंध करें। यह न केवल धार्मिक नगरी के गौरव को बनाए रखने के लिए जरूरी है, बल्कि आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सम्मान का भी सवाल है। प्रशासन की उदासीनता को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि आमजन की परेशानी उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। यदि समय रहते सुविधाओं और अतिक्रमण पर ध्यान नहीं दिया गया तो डिग्गी की पवित्रता और श्रद्धालुओं की आस्था पर गहरा असर पड़ सकता है।
रिपोर्ट :- मनोज टांक