नगर पालिका से उपखंड कार्यालय तक रैली में बढ़ी गर्मी
जहाजपुर, (अनिल सोनी)। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस राजस्थान के आवाहन पर जहाजपुर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी भी हड़ताल पर उतर गए हैं। इस हड़ताल ने कस्बे को एक अनोखे ‘गंदगी महोत्सव’ में तब्दील कर दिया है, जहां गली-मोहल्ले और सड़कों पर गंदगी का बोलबाला है।
हड़ताल का कारण: सरकार की अनदेखी
सफाई कर्मचारी संघ के शाखा अध्यक्ष जीवन राम घारू ने बताया कि वाल्मीकि समाज की मांगों को लेकर सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है। उनका कहना है कि वाल्मीकि समाज के साथ कुठाराघात किया जा रहा है, जो कि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग की गई है। अन्य समाज के कर्मचारी सफाई का काम नहीं करते और उन्हें ऑफिस के अन्य कार्य सौंप दिए जाते हैं, जो कर्मचारियों के अधिकारों का हनन है।
हड़ताल का व्यापक असर
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते नगर पालिका से उपखंड कार्यालय तक एक रैली निकाली गई, जिसमें कर्मचारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस रैली ने कस्बे में हलचल मचा दी है और गंदगी की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
गंदगी का ‘गौरव’ और प्रदर्शन का ‘प्रशंसक’
गंदगी के इस महोत्सव में कस्बे के निवासी भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। जहां एक तरफ रैली में सफाई कर्मचारियों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई, वहीं दूसरी तरफ गंदगी के ढेर ने इस संघर्ष को और भी जीवंत बना दिया। इस स्थिति ने साफ-सफाई की अहमियत को और भी ज्यादा उजागर कर दिया है।
क्या होगा अंजाम ?
सफाई कर्मचारियों की इस हड़ताल से नगर पालिका प्रशासन की नींद उड़ गई है। अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन इस स्थिति का समाधान कैसे निकालते हैं और वाल्मीकि समाज की मांगों पर कितना ध्यान देते हैं।
अभी तो गंदगी का यह महोत्सव जारी है और कस्बे के निवासी भी इस नए ‘आकर्षण’ का आनंद ले रहे हैं। प्रशासन की तरफ से किसी ठोस कदम का इंतजार है, ताकि सफाई व्यवस्था फिर से पटरी पर आ सके और कस्बे की सड़कों से गंदगी का ‘राज’ खत्म हो सके।