टोंक – विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर, इनरव्हील क्लब और इनरव्हील क्लब न्यू जेन ने जनाना हॉस्पिटल स्थित मिल्क बैंक में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम के तहत, मिल्क डोनर महिलाओं को सम्मानित करते हुए, उन्हें आधा किलो देशी घी के डिब्बे और सर्टिफिकेट वितरित किए गए।
इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष दीपिका सिंघल और सचिव श्वेता सिंघल ने इस अवसर पर महिलाओं को स्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी दी। दीपिका सिंघल ने कहा कि स्तनपान शिशुओं को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने का सबसे अच्छा तरीका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी जन्म के एक घंटे से लेकर छह महीने तक शिशु को केवल स्तनपान कराने की सलाह दी है। इसके बाद, दो साल की उम्र तक स्तनपान जारी रखते हुए बच्चे को पोषक पूरक खाद्य पदार्थ देना चाहिए।
इनरव्हील क्लब न्यू जेन की अध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंघल ने मिल्क बैंक में 5 लीटर का लिक्विड डिश वाश भेंट किया और कहा कि स्तनपान शिशुओं और बच्चों को पोषण देने का एक प्राकृतिक और किफायती तरीका है। यह बच्चों को कृत्रिम आहार की तुलना में कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाले पोषक तत्व और पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे भूख, कुपोषण और मोटापे को रोकने में मदद मिलती है।
ऋचा सिंघल ने उपस्थित महिलाओं को मिल्क डोनेट करने के लिए प्रेरित किया और मिल्क बैंक के फायदों के बारे में बताया। अल्पना जोनवाल ने कहा कि डॉक्टर नवजात शिशुओं को पहले छह महीने तक केवल स्तनपान कराने की सलाह देते हैं, क्योंकि माँ का दूध शिशु को सबसे अच्छा पोषण प्रदान करता है। गीता गुप्ता ने स्तनपान के दौरान सहज रहने की सलाह दी ताकि माँ पूरी तरह से अपने बच्चे पर ध्यान केंद्रित कर सके, जबकि पुष्पा मीणा ने सही तरीके से स्तनपान कराने से संबंधित जानकारी साझा की, जिससे महिलाएँ दर्द से बच सकती हैं।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सुधा लोढ़ा, सुशीला जैन, सोनिया राजावत, सीता बजाज, अंजू कक्कड़, और मंजू गर्ग जैसी अन्य महिलाओं ने भी भाग लिया और इस नेक पहल का समर्थन किया।