जहाजपुर, (अनिल सोनी): अमरगढ़ ग्राम के किले में स्थित भगवान जगमोहन की मूर्ति की चोरी को लेकर क्षेत्र में रोष व्याप्त है। अमरगढ़ व आसपास के 12 खेड़ा के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी सुरेंद्र बी पाटीदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 10 दिनों में मूर्ति बरामद नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि अमरगढ़ किले में भगवान जगमोहन जी और राधे रानी जी का मंदिर स्थित है। 500 वर्ष पुरानी भगवान जगमोहन जी की मूर्ति क्षेत्र के समस्त 12 खेड़ा और संपूर्ण हिंदू समाज की आस्था का केंद्र है। विगत 30 जुलाई की रात को समाजकंटकों द्वारा मूर्ति चोरी कर ली गई, जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है।
यह तीसरा मौका है जब मूर्ति चोरी की गई है। इससे पहले, 2013 में मूर्ति के दोनों हाथ काटकर ले गए थे और 25 दिनों बाद भगवान के गहने भी चोरी हो गए थे। पुलिस ने उस समय चोरों को पकड़ा था, लेकिन भगवान जगमोहन जी के हाथों को नहीं बरामद किया गया। चोरों ने कहा था कि उन्होंने हाथों को बाणगंगा में फेंक दिया था। अब चोरों ने 30 जुलाई 2024 को तीसरी बार पूरी मूर्ति चुरा ली और केवल पादुका छोड़ दी।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पुलिस प्रशासन जल्द ही भगवान जगमोहन जी की मूर्ति बरामद करे और चोरों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाए। उन्होंने पूर्व में हुई चोरी की फाइल को फिर से खोलने की भी मांग की है।
करणी सेना के उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह कटार ने चेतावनी दी कि पुलिस और प्रशासन को 10 दिनों का समय दिया जा रहा है। यदि मूर्ति बरामद नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस दौरान मंदिर के राव रूपेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह राणावत, युवराज सेन, गोपाल सिंह नरूका, हिंदू सनातन सेवा समिति के संयोजक ओमप्रकाश सोनी, पूर्व पार्षद महेंद्र खटीक, धनसिंह मीणा, शिवनारायण सोनी, लाला बन्ना सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
अजीत सिंह मेघवंशी (डीवाईएसपी जहाजपुर):
“अमरगढ़ चोरी प्रकरण को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अलग-अलग टीमें प्रभावी जांच कर रही हैं। साइबर टीम भी जुटी हुई है और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से सघन पूछताछ जारी है।”