हरियाली तीज के पावन अवसर पर श्री स्वर्ण दुर्गा कैलाशपति मंदिर में धार्मिक उल्लास और श्रद्धा का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। इस विशेष दिन पर मंदिर में निम्नलिखित प्रमुख धार्मिक आयोजन हुए:
- राधा कृष्ण की विशेष झांकी: मंदिर में राधा कृष्ण की भव्य झांकी सजाई गई, और उन्हें भव्य झूला झुलाया गया, जिससे भक्तों का मन भक्तिभाव से परिपूर्ण हो गया।
- माता श्री स्वर्ण दुर्गा का दिव्य श्रृंगार: माता जी का श्रृंगार अत्यंत आकर्षक और दिव्य था, जो भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
- भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार: भगवान भोलेनाथ का भी भव्य श्रृंगार किया गया, जो मंदिर की धार्मिक वातावरण को और भी पवित्र बना दिया।
- महिलाओं द्वारा कीर्तन: मंदिर प्रांगण में महिलाओं द्वारा कीर्तन किया गया, जो श्रावण मास में प्रत्येक दिन का हिस्सा है। यह कीर्तन भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव था।
- घेवर का भोग: इस अवसर पर माता जी को विशेष रूप से घेवर का भोग अर्पित किया गया, जो धार्मिक अनुष्ठान का महत्वपूर्ण हिस्सा था।
- साक्षात श्री यंत्र का शिखर: मंदिर में साक्षात श्री यंत्र का शिखर लगभग 21 फुट ऊँचा है, जो दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार नित्य पूजा और अर्चना का केंद्र है।
हरियाली तीज के इस अद्भुत आयोजन ने मंदिर परिसर को भक्ति और श्रद्धा से परिपूर्ण कर दिया। यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व को दर्शाता है, बल्कि समाज में एकता और सांस्कृतिक समृद्धि को भी उजागर करता है। यदि आप इस विशेष अवसर का हिस्सा नहीं बने, तो आपने निश्चित ही एक अनमोल अवसर खो दिया।