59वीं लक्खी पदयात्रा में उमडा आस्था का सैलाब, कल्याण जी के जयकारों से गूंजी राजधानी

बैंड बाजों के साथ जयपुर से डिग्गी के लिए रवाना हुई लाखों भक्तों की पदयात्रा

रिपोर्ट :- मनोज टांक

जयपुर, चौड़ा रास्ता – ताडकेश्वर महादेव मंदिर से रविवार सवेरे 59वीं विशाल लक्खी पदयात्रा डिग्गी के लिए रवाना हुई। बैंड बाजों की धुन पर नाचते गाते लाखों श्रद्धालु कल्याण की नगरी के लिए निकले, जिससे पूरे जयपुर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

इस भव्य पदयात्रा में मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, विधायक बाल मुंकद आचार्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष शराब बंदी आंदोलन पूजा छाबड़ा, पदयात्रा संघ अध्यक्ष, ग्रागी फाउंडेशन के डायरेक्टर विजय टाक, एडवोकेट नवीन टाक, महाराज श्री त्रिवेणी धाम कलयाण जी की इस विशाल पदयात्रा को जयपुर से रवाना करने के लिए अतिथि रूप में आये, आपको बता दें कि पदयात्रा संचालक श्रीजी शर्मा लोहे वाले ने विधिवत केसरिया शाही ध्वज की पूजा अर्चना की। जयकारों से गूंजती जयपुर नगरी ने इस अद्वितीय यात्रा का स्वागत किया।

पदयात्रियों का यह जत्था आस्था और उल्लास का प्रतीक है, जो हर साल लाखों लोगों को एकजुट करता है। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्त्व रखती है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी संदेश देती है।

डिग्गी में कल्याण धणी के दर्शन की लालसा लिए श्रद्धालु इस यात्रा में सम्मिलित होते हैं, जिससे यह आयोजन हर साल और भी विशाल और भव्य होता जा रहा है। जयपुर नगरी ने एक बार फिर साबित किया कि यहाँ आस्था और भक्ति की गंगा निरंतर बहती है।

डिग्गी के लिए 59वीं विशाल लक्खी पदयात्रा: हाइलाइट्स

  1. शुभारंभ: ताडकेश्वर महादेव मंदिर, चौड़ा रास्ता, जयपुर से रविवार सवेरे हुआ यात्रा का प्रारंभ।
  2. प्रमुख अतिथि: मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, विधायक बाल मुंकद आचार्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष शराब बंदी आंदोलन पूजा छाबड़ा, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने किया विधिवत केसरिया शाही ध्वज की पूजा अर्चना।
  3. भव्यता: लाखों पदयात्री बैंड बाजों के साथ नाचते गाते निकले, जयकारों से गूंज उठी जयपुर नगरी।
  4. आस्था का सैलाब: डिग्गी में कल्याण धणी के दर्शन के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसमूह।
  5. सांस्कृतिक एकता: यात्रा ने धार्मिक महत्त्व के साथ-साथ सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का दिया संदेश।
  6. भक्ति और उल्लास: पूरे जयपुर में आस्था और भक्ति की गंगा निरंतर बहती दिखी, यात्रा का स्वागत उत्साह से किया गया।
  7. विशेष आकर्षण: बैंड बाजों की धुन और श्रद्धालुओं की भक्ति ने यात्रा को बनाया अद्वितीय और यादगार।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!