डॉ. लियाकत अली मंसूरी का बयान
जयपुर। चिकित्सा क्षेत्र में जब भी संकट आता है, आयुष विभाग आमजन के लिए एक मजबूत स्तंभ बनकर खड़ा रहता है। एलोपैथिक चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान, आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी विभाग ने अपने निरंतर सेवाओं से लोगों के विश्वास को मजबूत किया है।
डॉ. लियाकत अली मंसूरी, जो कि यूनानी चिकित्सक और हिज़ामा थैरेपी स्पेशलिस्ट हैं, ने बताया कि आयुष विभाग के चिकित्सक और कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहकर आमजनों की चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा, “जब भी हड़ताल की स्थिति आती है, आयुष विभाग ने अपने चिकित्सकों और कर्मचारियों को हेड क्वार्टर पर पाबंद करके उनसे नियमित सेवाएं ली हैं।”
आयुष विभाग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे संकट की घड़ी में आमजन के लिए मरहम का कार्य करते हैं। डॉ. मंसूरी ने कहा, “आमजन का विश्वास हमारे लिए सर्वोपरि है, और हम हमेशा उनके सेवा में तत्पर रहते हैं।”
इस कठिन समय में आयुष विभाग की तत्परता और सेवाभाव ने यह साबित कर दिया कि चिकित्सा क्षेत्र में आयुष विभाग का योगदान अमूल्य है।
डॉ. लियाकत अली मंसूरी
यूनानी चिकित्सक एवं हिज़ामा थैरेपी स्पेशलिस्ट
जयपुर जिला अधिकारी (जयपुर सिटी)
एस.एम.एस.अस्पताल, जयपुर (राज.)