टोंक। राजकीय संस्कृत प्रवेशिका विद्यालय, यज्ञ के बालाजी, हाउसिंग बोर्ड, टोंक में स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत आयोजित “उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन” ने युवाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई प्रेरणा दी। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना और उन्हें स्वावलंबी बनने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना था।
स्वदेशी मंच के जिला संयोजक देवेन्द्र खंडेलवाल ने इस आयोजन की विशेषता बताते हुए कहा कि सम्मेलन में युवाओं को उद्यमिता के अनगिनत अवसरों और उनसे जुड़ी चुनौतियों की व्यापक जानकारी दी गई। खंडेलवाल ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के साथ-साथ उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है।
इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिससे युवाओं को अपने उद्यम को आगे बढ़ाने में सहूलियत मिले। युवाओं ने भी इस अवसर का भरपूर लाभ उठाते हुए अपने विचार साझा किए और अपने अनुभवों को सबके सामने रखा।
इस सम्मेलन ने न केवल युवाओं को उद्यमिता की दिशा में प्रेरित किया, बल्कि स्वावलंबी भारत अभियान के तहत उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त मंच भी प्रदान किया। कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और प्रेरणा से युवा अपने सपनों को साकार करने में सक्षम हो सकते हैं, और इस दिशा में टोंक का यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।