जहाजपुर, (अनिल सोनी)। शुद्ध भाव से प्रभु की भक्ति करने पर सुदामा को कृष्ण और शबरी को राम मिलते हैं—यह संदेश महर्षि उत्तम स्वामी महाराज ने श्रीमद् भागवत गीता कथा के अंतिम दिन देते हुए दिया। उन्होंने कहा कि भक्ति करने वालों पर निश्चित रूप से ईश्वर नारायण की कृपा होती है, और कई महान विभूतियों ने भक्ति के माध्यम से नारायण को प्राप्त किया है।
महाराज ने कृष्ण और सुदामा की मित्रता को विस्तार से बताया, emphasizing that सुदामा कृष्ण के पास केवल चार मुट्ठी चावल लेकर गया था, जो धर्म, कर्म और मोक्ष का प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि संपत्ति भले ही अपने बच्चों को न दें, लेकिन उन्हें संस्कार जरूर दें, ताकि धर्म, संस्कृति और ज्ञान से एक अच्छी पीढ़ी का निर्माण हो सके। महाराज ने भगवान कृष्ण के पराक्रम और शौर्य की भी सराहना की और बताया कि कृष्ण की भक्ति से ही मनुष्य का कल्याण संभव है।
कार्यक्रम के दौरान, मुख्य जजमान भंवरलाल टाक, दीपक टाक, पूनम टाक, और टाक परिवार के साथ केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम, विधायक कल्पना और विधायक गोपीचंद मीणा ने श्रीमद् भागवत गीता की महाआरती की। संगीतमय कथा में भजनों की धुनों ने कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्ति का माहौल उत्पन्न कर दिया।
सोमवार को महर्षि स्वामी उत्तम महाराज का जन्मदिन भी था। इस अवसर पर देश-प्रदेश से कई वीआईपी लोगों का जहाजपुर कथा में आगमन हुआ। इनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक सुरेश, केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम, लाडपुरा कोटा विधायक कल्पना, दो महामंडलेश्वर संत, शाहपुरा जिला कलेक्टर राजेंद्रसिंह शेखावत, एसडीएम सुरेंद्र बी पटीदार, डीवाईएसपी अजीत सिंह मेघवंशी सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। उन्होंने महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा श्रवण की।
महाराज उत्तम स्वामी महाराज के जन्म दिवस पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने भी जय घोष कर उन्हें जन्मदिवस की अनंत शुभकामनाएं दीं। रात्रि को पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और जयपुर महापौर सौम्या गुर्जर ने भी महाराज श्री के दर्शन किए और आशीर्वाद प्राप्त किया। सात दिवसीय कथा से कस्बे का माहौल धर्ममय हो गया, और विधायक गोपीचंद मीणा की ओर से कथा परिसर में श्रीमद् भागवत गीता पुस्तक का वितरण कर इसे सराहा गया।