सावर, रमेश पाराशर।
क्षेत्र के बाजटा गांव में हाल ही में एक अनोखी शादी ने सबका ध्यान खींच लिया। यह शादी चर्चा का विषय इसलिए बन गई क्योंकि दूल्हा आकाश गुर्जर अपनी दुल्हन अनीता को लेने हेलीकॉप्टर से बारात लेकर पहुंचा। बाजटा गांव के लोगों के लिए यह नजारा किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था।
गांव में बना हेलीकॉप्टर का हेलीपैड
मेवदाकलां गांव के निवासी आकाश गुर्जर ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए एक खास योजना बनाई। उन्होंने अपनी बारात हेलीकॉप्टर से ले जाने का फैसला किया। इसके लिए बाजटा और मेवदाकलां में विशेष हेलीपैड बनाए गए। अनुमति प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग, पुलिस प्रशासन, और दमकल विभाग की मदद ली गई। शादी की तैयारियां एक महीने से चल रही थीं।
20 मिनट का रोमांचक सफर
आकाश गुर्जर का हेलीकॉप्टर मेवदाकलां से दोपहर 2:30 बजे उड़ान भरा और महज 20 मिनट में बाजटा गांव पहुंच गया। जैसे ही हेलीकॉप्टर बाजटा के आसमान में मंडराने लगा, पूरे गांव के लोग इसे देखने उमड़ पड़े। हेलीपैड पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
दादी के साथ पहुंचा दूल्हा
इस यादगार सफर में दूल्हा अकेला नहीं था। वह अपनी 65 वर्षीय दादी सायरी देवी, पिता दलराज गुर्जर, चाचा जयशंकर गुर्जर और अपने दोस्त विकास गुर्जर को भी साथ लेकर गया। दूल्हा और उसका परिवार इस पल को जीवनभर के लिए खास बनाना चाहते थे।
दुल्हन के परिवार की खुशी और चर्चा का विषय
दुल्हन अनीता गुर्जर के परिवार के लिए यह क्षण बेहद खास था। अनीता के पिता किसान हैं और दोनों परिवारों के लिए यह शादी सम्मान और खुशी का प्रतीक बन गई। दूल्हा आकाश और दुल्हन अनीता दोनों ही ग्रेजुएट हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की मुस्तैदी
हेलीपैड और बारात के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक-चौबंद इंतजाम किए थे। दमकल की गाड़ी और चिकित्सा विभाग की टीम भी वहां मौजूद रही।
यादगार पल जो बन गया आकर्षण का केंद्र
आकाश गुर्जर ने अपनी शादी को अनोखा और यादगार बनाने के लिए यह पहल की। उनका कहना है कि उन्होंने हमेशा अपनी शादी को खास बनाने का सपना देखा था और हेलीकॉप्टर से बारात ले जाना उसी सपने का हिस्सा था।
पूरे क्षेत्र में हो रही चर्चा
यह अनोखी शादी अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। लोगों के लिए यह नजारा ऐसा था, जिसे वह शायद कभी न भूलें। हेलीकॉप्टर में सवार होकर बारात लाने का यह कदम न केवल दूल्हे और दुल्हन के लिए खास बना, बल्कि इसे देखने आए सैकड़ों लोगों के लिए भी एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।