
रिपोर्ट: मनोज टाक
मालपुरा में भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। इस बार की नियुक्ति को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनता में गहरी उत्सुकता है। सवाल यह है कि क्या इस बार 44 वर्षों से चली आ रही परंपरा टूटेगी, या फिर वैश्य वर्ग का एकछत्र दबदबा बरकरार रहेगा?
क्या अन्य वर्ग को मिलेगा मौका?
भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस बार झंडे उठाने, दरी बिछाने, और नारे लगाने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। मोदी जी द्वारा भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने की मिसाल देते हुए कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि मंत्री महोदय बड़ा दिल दिखाकर अन्य वर्ग को भी नेतृत्व का अवसर देंगे।
मंत्री महोदय पर टिकी सबकी नजरें
इस बार शहर मंडल अध्यक्ष के पद के लिए नामों की चर्चा जोरों पर है। मंत्री महोदय की ओर से कौन से नाम पर मुहर लगाई जाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा। कार्यकर्ताओं ने भरोसा जताया है कि मंत्री जी इस बार सच्चाई, ईमानदारी, और वफादारी को ध्यान में रखते हुए फैसला करेंगे।
ग्रामीण मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति भी चर्चा में
शहर मंडल अध्यक्ष के साथ-साथ ग्रामीण मंडल अध्यक्ष के लिए भी कई नाम चर्चा में हैं। ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें भी इस बार नेतृत्व का मौका मिलेगा।
महाकाल भक्त मंत्री जी से कार्यकर्ताओं को उम्मीदें
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंत्री जी महाकाल के भक्त हैं, और कार्यकर्ताओं को पूर्ण विश्वास है कि इस बार उनकी सच्चाई और वफादारी 44 वर्षों की परंपरागत राजनीति के दबाव में नहीं दबेगी।
अब देखना यह है कि भाजपा नेतृत्व किसे शहर मंडल अध्यक्ष का ताज पहनाएगा और यह फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं व जनता के लिए कितना संतोषजनक होगा।